जेल बाईपास पर नाले में मिली अधिवक्ता की लाश

जेल बाईपास पर नाले में मिली अधिवक्ता की लाश











गोरखपुर में जेल बाईपास रोड पर गोड़धोईया नाले में मंगलवार की सुबह एक अधिवक्ता की लाश मिलने से सनसनी फैल गई।  सूचना पर पहुंची शाहपुर पुलिस ने शव को निकलवा कर पीएम के लिए भेज दिया। पुलिस के मुताबिक आधी रात को किसी समय अधिवक्ता बाइक सहित नाले में गिर गए और दुर्घटना में उनकी मौत हो गई। वहीं अधिवक्ता के परिवारीजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पीएम रिपोर्ट से रहस्य की गुत्थी सुलझने की उम्मीद है। 


पादरी बाजार, मोहनापुर निवासी रामकेवल के पुत्र 27 वर्षीय दिवाकर कुमार गोरखपुर दिवानी कचहरी में अधिवक्ता हैं। वह पिछले एक साल से वकालत कर रहे थे। सोमवार की शाम 7:30 बजे अपने मित्र के रिसेप्शन में जाने की बात कह कर बाइक से घर से निकले थे। असुरन पर अपनी बाइक खड़ी कर एक अन्य मित्र के साथ हड़हवा फाटक स्थित गोल्डेन लान में रिसेप्शन पार्टी में शामिल हुए। रात 12:30 बजे दिवाकर अपने मित्र एडवोकेट गोविंद गौतम के साथ एक ही बाइक से असुरन तक आए,गोविन्द गौतम तारा मंडल बुद्ध विहार पार्ट सी अपनें घर के लिए निकल गए और दिवाकर असुरन से बाइक लेकर कौआबाग होते हुए पादरी बाजार, मोहनापुर के लिए निकले।


जेल बाईपास रोड़ पर जेल के पीछे गोड़धोईया नाले पर बने पुलिया के नीचे मंगलवार की सुबह उनकी लाश मिली। बाइक भी नाले में ही बगल में पड़ी थी। शव देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि रात में बाइक सहित नाले में गिर गए और किचड़ तथा पानी में धंसने से उनकी मौत हो गई।रात में किसी ने उनको नाले में  गिरते हुए नहीं देखा था लिहाजा बचाव में कोई नहीं आ पाया और चोट लगने या ठंड में ज्यादा देर तक पानी में रहने से मौत हो गई।


हालांकि कुछ कुछ लोग हत्या कर बाइक सहित फेंकने की भी आशंका जता रहे हैं। दिवाकर के छोटे भाई दिनकर ने बताया कि रात एक बजे दिवाकर के मोबाइल पर उन्होंने फोन मिलाया था पर मोबाइल बंद मिला। सगे-संबंधियों के यहा पता करने के बाद सुबह अपने परिचितो के साथ हड़हवा फाटक तक गयें फिर असुरन से कौआबाग पुलिस चौकी पहुंचे तो पुलिस ने बताया की बाइक सहित युवक की नालें में गिरने की सूचना मिली वहां पहुंचने पर पता चला कि वह उनके भाई की लाश है।


शव को बाहर निकाला गया तो चेहरे पर सर के पीछे, व बाएं कान के नीचे चोट के निशान थे। चोट देखकर परिवारीजनों ने हत्या की आशंका जताई है। दिवाकर तीन भाइयो में दूसरे नम्बर के थे। अभी उनकी शादी नहीं हुई थी।














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